मस्तूरी ब्लाक में इन दिनों पशु चिकित्सा विभाग में इलाज के नाम पर गौपालको से मोटी रकम लिया जा रहा है। प्राइवेट मेडिकल स्टोर से दवाई लेकर इलाज करते हैं कहकर पशु विभाग के कई कर्मचारी किसानों से मोटी मोटी रकम ले रहे।
जबकि शासकीय दवाइयों का हॉस्पिटल में उपलब्ध होने के बावजूद शासकीय दवाइयां उपलब्ध नहीं है करके लोगों को गुमराह किया जाता है और उसी दवाइयों को प्राइवेट मेडिकल से खरीद कर लाए हैं कह कर किसानों से लंबी चौड़ी उगाही कर लिया जाता है।
ताजा मामला मस्तूरी के पूजा पंकज नाम की लड़की ने जनपद सीईओ के नाम लिखित में शिकायत दर्ज की है कि पशु चिकित्सा विभाग के डॉ पीके अग्निहोत्री ने रेबीज के इंजेक्शन लगाने के नाम पर ₹700 लेकर एक कुत्ते का इलाज किया है।
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शिकायतकर्ता के बताए अनुसार प्राइवेट हॉस्पिटल में भी रेबीज का इंजेक्शन ₹200 में मिल जाता है। और शासकीय पशु चिकित्सालय में उपलब्ध रहता है उसके बावजूद शासकीय चिकित्सालय में उपलब्ध नहीं हैकरके ₹200 के जगह में ₹700 अवैध वसूली किया गया है।
जिसका शिकायतकर्ता लड़की ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी को शिकायत की है , साथ ही जनपद पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने भी जनपद पंचायत के सामान्य सभा की बैठक में इस समस्या को प्रमुखता से उठाया है। जिसको संज्ञान में लेते हुए जनपद कार्यालय सीओ ने पशु विभाग को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
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पहले भी अवैध उगाही करने के मामले में डॉ पीके अग्निहोत्री को सीपत उप पशु चिकित्सालय से शिकायत बेस पर वह कार्य में लापरवाही बरतने के मामले में तत्कालीन संभाग आयुक्त सोनमणी बोरा ने डॉ पीके अग्निहोत्री पर वेतनवृद्धि पर रोक लगाने के साथ-साथ कारण बताओ नोटिस जारी कर कारवाही भी किया था।
वही इस संबंध में डॉ पीके अग्निहोत्री का कहना है कि विभाग के द्वारा शासकीय दवाइयां उपलब्ध नहीं थी जिसके कारण प्राइवेट मेडिकल से खरीद कर इलाज किया गया था जिसका शुल्क लिया गया है।