
मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों को लेकर अब राजनीतिक पार्टियां एक हो गई हैं। हिरासत के दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि किसानों को कोई बरगला नहीं सकता, उन्हें आंदोलन करने का पूरा हक।
लगातार बीते दिनों से कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली के बॉर्डरों पर धरना प्रदर्शन चल रहा है। प्रियंका गांधी ने कहा कि हम एक लोकतंत्र में रह रहे हैं और ये निर्वाचित सांसद हैं।
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उन्हें राष्ट्रपति से मिलने का अधिकार है और उन्हें अनुमति दी जानी चाहिए। उससे क्या दिक्कत है? प्रियंका गांधी ने मीडिया से कहा कि सरकार लाखों किसानों की आवाज सुनने के लिए तैयार नहीं है।
पुलिस प्रतिबंधों के बावजूद पार्टी सांसदों के साथ विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक प्रदर्शन शुरू करने वाली प्रियंका गांधी को पार्टी के अन्य नेताओं के साथ हिरासत में ले लिया गया।
रिहा होने से पहले मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया गया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए अपना हस्तक्षेप करने के लिए एक ज्ञापन सौंपा।
जिसके खिलाफ हजारों किसान लगभग एक महीने से दिल्ली के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे पहले भी राहुल गांधी समेत 5 विपक्ष के नेताओं ने राष्ट्रपति से मुलाकात की थी और ज्ञापन सौंपा था।
