मस्तुरी क्षेत्र के मानिकचौरी में स्थित क्लीन्दी स्टील प्लांट पर्यावरण के नियमो को ताक पर रख कर चलाया जा रहा है प्लांट से निकलने वाली जहरीली धुंए से आस-पास के रहने वाले ग्रामीणों का जीना मुश्किल हो गया है 24 घंटे चलने वाले प्लांट का जहरीला धुंआ लोगो के घरों तक पहुच रहा है और लोगो के स्वास्थ को बिगाड़ कर कैंसर जैसी बड़ी बीमारी होने के लिए मजबूर कर रहा है।
क्लीन्दी प्लांट के जहरीली धुंए की चपेट में कुल 7 गांव के 10 हजार ग्रामीण आते है जिसका प्रभाव लगभग 10 km तक रहता है। दिन ब दिन बढ़ते वायु प्रदूषण को लेकर शासन चिंतित है, इसे कम करने के लिय कई योजनाएं चलाये जा रहे है लेकिन कई ऐसे कॉम्पनी है जो इन्हें योजनाओं का पालन नही कर रहे है और पर्यावण को प्रदूषित करने के लिए कोई कसर नही छोड़ रहे है।
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ऐसा ही एक वाक्य मस्तुरी क्षेत्र के मानिकचौरी में स्थित क्लीन्दी स्टील प्लांट से आया है, जहां बड़ी मात्रा में वायु प्रदूषण किया जा रहा है, पर्यावरण विभाग ने ऐसे प्लांटों को सख्त हिदायत दी है कि वायु प्रदूषण रोकने के लिए यंत्र लगाए। लेकिन क्लीन्दी स्टील प्लांट की मनमानी देखा जा सकता है कि बिना उपकरण लगाए ही प्लांट चलाया जा रहा है।
साथ ही प्लांट में पेय जल का उपयोग किया जा रहा है, इसी कारण क्षेत्र में पेय जल की संकट बनी रहती है लेकिन किसी कारण वर्ष अब तक इस पर कोई कार्यवाही नही हो पाया है। अब देखना यह होगा कि पर्यावण विभाग इस पर क्या कार्यवाही करती है या फिर यू ही ग्रामीण कैंसर जैसी बिमारियों की चपेट में आते रहेंगे।