धरसीवां। सिलतरा स्थित निको उद्योग में पखवाड़े भर पूर्व एक महिला कामगार उद्योग परिसर में एक ट्रक से कुचल गई थी। बुरी तरह घायल अवस्था में उन्हें उपचार के लिए भर्ती कराया गया था।
बीती रात उनकी मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर मृतिका के शव को गेट पर रख कर आक्रोश व्यक्त कर रहे थे।
स्थिति तनावपूर्ण होने के कारण पुलिस बल तैनात करना पड़ा था। तमाम मान-मनौव्वल के बावजूद आक्रोशित मजदूर नहीं माने। अंत में उद्योग प्रबंधन को झूकना पड़ा।
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धरसींवा जिला पंचायत सदस्य राकेश यादव व थाना प्रभारी नरेंद्र बंछोर की मौजूदगी में उद्योग प्रबंधन ने आधी रात को मुवावजे की घोषणा की, तब जाकर आंदोलनकारी शांत हुए।
आपको बता दें कि सिलतरा निवासी मृतिका अंजनी साहू पति स्व धनऊ राम साहू 52 वर्ष विगत 15-20 वर्ष से निको जायसवाल उद्योग में कार्यरत थी।
विगत 2 नवम्बर को उद्योग में काम करने के दौरान उद्योग के ही एक ट्रक ने उसे अपनी चपेट में ले लिया, जिससे वह बुरी तरह से घायल हो गई थी, जिसकी बीते रात दस बजे मौत हो गई।
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परिजनों ने उद्योग प्रबंधन से मुआवजे की मांग की, पर उद्योग प्रबंधन ने मामूली मुआवजे देने की बात कही।
परिजनों और ग्रामीणों ने मामूली मुआवजे को लेने से इंकार करते हुए शव को उद्योग के गेट के सामने रख हल्ला मचाना शुरू कर दिया औऱ उद्योग परिसर में ही दाह-संस्कार करने की बात पर अड़े रहे।
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रात 10 बजे से लेकर आधी रात तक मजदूरों को उतनी देर तक गेट पर बैठे हंगामेबाजी कराने के बाद निको जायसवाल उद्योग प्रबंधन ने साढ़े 8 लाख रुपए मुआवजा देने और परिवार के एक सदस्य को नियमित नौकरी देने पर राजी हुआ।
इस मौके पर धरसींवा जिला पंचायत सदस्य राकेश यादव और थाना प्रभारी नरेंद्र बंछोर भी मौजूद थे। प्रबंधन के द्वारा ₹1 लाख नगद एवं 7 लाख 50,000 की राशि एवं परिवार के एक सदस्य को नौकरी एवं पेंशन तब जाकर मामला शांत हुआ।