मध्य प्रदेश के उमरिया जिले के मानपुर में इलाज के लिए आये आदिवासी युवक की मौत के बाद परिजन उसके शव को रस्सी से मोटरसाइकिल पर बांध कर ले गए। उमरिया जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर मानपुर क्षेत्र में हुई इस घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है।
पतौर गांव के 35 साल के सहजन कोल को अचानक पेट में दर्द हुआ। परिजन उसे लेकर मानपुर विकासखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। इलाज शुरू हुआ लेकिन कुछ ही देर में सहजन की मौत हो गई।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शव वाहन नहीं था और न ही कोई मदद के लिए सामने आया। तब परिजनों ने शव को रस्सियों के सहारे मोटरसाइकिल में बांधा और चल दिये।
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इस मामले पर जब उमरिया कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव से बात की तो उन्होंने मानपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शव वाहन न होने की बात स्वीकार की। कलेक्टर का कहना था कि मृतक का इलाज शुरू कर दिया गया था
और कोरोना के लक्षण होने के चलते टेस्ट भी किया गया लेकिन अचानक मृत्यु हो जाने के बाद परिजन कोविड प्रोटोकॉल से बचने के लिए जल्दबाजी में शव ले गए। बहरहाल इस मामले में बीएमओ को नोटिस जारी कर दिया गया है और जल्द ही यहां शव वाहन की व्यवस्था की जा रही है।