
रायपुर/दुर्ग। सराफा व्यापारी प्रकाश सांखला के ठिकाने पर 4 की दबिश के बाद टीम ने व्यापारी को सुबह 5 बजे रायपुर ले गई। टीम सांखला से कार्यालय में पूछताछ करेगी। टीम ने करीब 65 लाख नगद और लगभग 1 किलो सोना जब्त की है। प्रकाश सांखला के भतीजे नितिन सांखला से भी सिटी कोतवाली में पूछताछ जारी है।
बता दें दुर्ग के शराफा व्यापारी प्रकाश सांखला के ठिकानों पर टीम की दबिश के मामले में मंगलवार दिन भर गहमा गहमी का माहौल रहा। मंगलवार को पूरे दिन व्यापारियों ने सांखला के महावीर कॉलोनी स्थित घर पर डेरा डाले रखा। वहीं जब टीम ने प्रकाश सांखला के भतीजे नितिन सांखला को अपने साथ पूछताछ के लिए थाने लेकर आई तो टीम के साथ कुछ व्यपारियों ने मारपीट भी की।
दरअसल मंगलवार सुबह करीब 8 बजे तीन गाडिय़ों में सवार होकर डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस यानी के करीब 15 अधिकारी-कर्मचारी दुर्ग के सराफा कारोबारी प्रकाश सांखला के ठिकानों पर पर पहुंचे। प्रकाश सांखला के महावीर कॉलोनी के दोनों मकानों पर दिनभर जांच चलती रही। इस दौरान टीम प्रकाश सांखला के भतीजे को रायपुर ले जाने की कोशिश की।
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लेकिन स्थानीय व्यापारियों का हुजूम टीम के पीछे पड़ गई, बड़ी संख्या में व्यापारी भी थाने पहुंच गए और हिरासत में लिए गए व्यापारी को छोडऩे की मांग करने लगे। व्यापारियों का आरोप था कि ष्ठक्रढ्ढ की टीम ने नितिन सांखला को गाड़ी में बैठाते वक्त थप्पड़ मारा। चेंबर ऑफ कॉमर्स के प्रदेश अध्यक्ष अमर परवानी भी थाने और सांखला के निवास पहुंचे और जानकारी ली।
सोने की तस्करी की आशंका पर दबिश : अभी मामले में विदेश से सोना आयात करने और उसकी कस्टम ड्यूटी जमा नहीं करने का माना जा रहा है। साथ ही इसमें गुड्स एंड सर्विस टैक्स और आयकर दोनों बचाने की कोशिश करने की भी आशंका है। प्रारंभिग जांच में तस्करी के तार राजनांदगांव और सागर से जुड़े हुए हैं, जिसके आधार पर ही टीम ने दबिश देकर जांच शुरू की है।
दबिश देने आए अफसरों से व्यापारियों ने की हाथापाई : कार्रवाई के दौरान प्रकाश सांखला के भतीजे सोनू उर्फ नितिन सांखला को डीआरआई के अधिकारी किसी और स्थान ले जा रहे थे। उनकी गाड़ी का बस स्टैंड के पास से सराफा कारोबार से जुड़े लोग पीछा करने लगे। इसे देखते हुए डीआरआई के अधिकारी अपनी गाड़ी दुर्ग कोतवाली थाना ले गए। उनके पीछे-पीछे कारोबारी भी पहुंच गए। थाना परिसर में ही अफसरों से व्यापारियों ने गाली-गलौच और हाथापाई की।
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मीडिया कर्मियों से कैमरा छीने और चिप रखवाई : पूछताछ के दौरान कवरेज करने के लिए कुछ मीडिया कर्मी थाने पहुंचे। इनमें से कुछ लोग सीधे इन्वेस्टिगेटिंग रूम तक पहुंच गए। फोटो खींची साथ ही वीडियो भी बनाया। इस पर डीआरआई के अधिकारियों ने उन्हें पहले फोटो खींचने से रोका और कैमरा छीन लिया। उसमें चिप निकलवाया। पूछताछ के दौरान ली गई फोटो डिलीट करवाई। मोबाइल और कैमरा वापस नहीं किया गया। पुलिस जांच जारी है।
