परिवहन विभाग में बंद हुआ लाल, नीला और पीला पर्चा (टोकन) अब यातायात विभाग में शुरू हो गया है। यातायात विभाग द्वारा मालवाहक गाड़ियों को यह पर्चा दिया जा रहा है।
यदि चालक के पास यह पर्चा नहीं होगा तो चालान कटेगा और यदि होगा तो चालक महीनेभर रूट पर अपनी गाड़ी बिना किसी परेशानी के दौड़ा सकता है।
यातायात विभाग द्वारा 1 हजार लेकर काटा गया टोकन, जिस पर वाहन क्रमांक, अंग्रेजी कोड में msmd (महासमुंद), T (टोकन) और 9 जनवरी की तारीख अंकित है। एनएच 353 पर चलने के लिए वाहन चालकों को एक विशेष टोकन की आवश्यकता होती है।
चालकों को 1 हजार रुपए देकर यह टोकन दिया जा रहा है। जिन वाहन चालकों के पास यह टोकन नहीं होता, उन्हें गाड़ियों और दस्तावेजों की जांच के साथ चालानी कार्रवाई से गुजरना होता है।
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मीडिया टीम शनिवार की सुबह 9 बजे कोसरंगी मोड़ के पास पहुंची। यहां दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी और यातायात पुलिस की वाहन क्रमांक सीजी 03 – 7505 सड़क किनारे खड़ी हुई थी।
वाहन में एसआई लखन लाल सूर्यवंशी और ड्राइवर बैठे हुए थे, जबकि दो आरक्षक गाड़ियों को रोकने के साथ ही अन्य काम में व्यस्त थे।
मीडिया की टीम जैसे ही यातायात विभाग की गाड़ी की ओर पूछताछ के लिए बढ़ी, ड्राइवर ने गाड़ी स्टार्ट किया और सभी मौके से निकल गए। यही नहीं जाते-जाते विभाग के कर्मचारियों ने वाहन चालकों को भी भागने कहा।
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लोकल की गाड़ियों का हर महीने चार्ज 700 रुपए
इसी तरह जिले के भीतर और महासमुंद शहर के आसपास चलने वाली मालवाहक गाड़ियों से हर महीने प्रति गाड़ी 700 रुपए चार्ज लिया जा रहा है। शहर के एक ट्रांसपोर्टर ने बताया कि 31 दिसंबर को गाड़ियों को रोका गया।
ड्राइवर ने जब कारण पूछा तो वाहन रोकने वाले ने टीआई से मिलने की बात कही। वहीं टीआई ने जनवरी महीने से हर महीने प्रति गाड़ी 700 रुपए चार्ज देने की बात कही। यही नहीं टीआई ने ट्रांसपोर्टर को यह भी बताया कि ऊपर से इसके लिए निर्देश हैं।
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बाहर की गाड़ियों की एंट्री फीस तय
महासमुंद से होकर गुजरने वाली जिले से बाहर की गाड़ियों से 1 हजार एंट्री चार्ज लिया जा रहा है। इसके लिए बाकायदा एक टोकन दिया जा रहा है। शनिवार को जब मीडिया की टीम कोसरंगी मोड़ पहुंची तो अन्य जिले की गाड़ियों का टोकन काटा जा रहा था।
वाहन क्रमांक एपी 31 टीपी3705 के चालक डीएम कुमार ने बताया कि वह विशाखापट्नम से मध्यप्रदेश के जबलपुर केमिकल लेकर जा रहा है। यहां गाड़ी को रोका गया और 2200 रुपए चालान कटाने की बात कही गई।
मैंने जब पैसे नहीं होने की बात कही तो एक साहब ने बोला कि 1000 रुपए दो और ये महीनेभर का पास है। महीने की शुरुआत में फिर से 1 हजार का टोकन कटा लेना।
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इसी तरह सीजी 04 एलयू 1343 के चालक जितेंद्र यादव ने बताया कि गाड़ी में लोहा लोड है, जाे विशाखापट्नम से रायपुर जा रहा है। साहब ने रोककर एंट्री देने की बात कही। मैंने मालिक से बात करने को कहा तो उन्होंने फोन भी लगवाया, लेकिन मालिक ने फोन नहीं उठाया।
साहब लोगों ने 300 रुपए लिए और जाने कह दिया। इसी तरह वाहन क्रमांक सीजी 07 एटी 6343 के चालक रवि सिंह ठाकुर से भी 300 रुपए लिए गए। दोनों चालकों ने बताया कि उन्हें मालिक से बात कर एंट्री टोकन कटाने के लिए भी कहा गया है।
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यातायात प्रभारी ने कहा- आइए ऑफिस में बैठकर बात करते हैं
इधर, इस मामले में जब यातायात प्रभारी दीपेश जायसवाल को फोन कर उनसे पूछा गया कि मालवाहक गाड़ियों के चालकों को बाकायदा मंथली टोकन देकर वसूली की जा रही है।
मामले में आपका क्या कहना है? इस पर उन्होंने कहा कि आइए ऑफिस में बैठकर बात करते हैं। जब उनसे मंथली वसूली के मामले में उनका पक्ष रखने कहा गया तो उन्होंने फोन पर वर्जन देने से इंकार कर दिया।