छत्तीसगढ़। रायगढ़ जिले के उरगा-हाटी मुख्य मार्ग पर भैंसमा बाजार चाैक निवासी हरीश कंवर समेत उसकी पत्नी और 4 वर्षीय बेटी की जघन्य हत्या की वारदात काे आराेपियाें ने महज 20 मिनट के भीतर ही अंजाम दिया। घटना के दाैरान हरीश की 83 वर्षीय मां जीवन बाई उठ गई थी।
दिखाई-सुनाई कम देने की वजह से उसने आराेपियाें काे नहीं पहचाना, लेकिन बेटे-बहू पर हमले के दाैरान वह चीख-पुकार सुनकर उन्हें नहीं मारने काे कहती रही। दाेनाें की हत्या हाेने के बाद वह दूर बैठी पाेती आशी काे न मारने की उनसे मिन्नतें करती रही।
लेकिन उन्हाेंने उसके आंखों के सामने ही साे रही बच्ची काे मार डाला। तिहरे हत्याकांड की सरगना भले ही हरीश की भाभी धनकुंवर है, लेकिन धनकुंवर के भाई परमेश्वर ने हरीश के परिवार की हत्या करने की याेजना बनाई थी।
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परमेश्वर रहने काे भैसमा काॅलेज में बीएससी फाइनल ईयर का छात्र है। भागते समय उसने रास्ते में खून के छिंटे लगे कपड़े जलाकर सबूत मिटाया। वहीं वारदात के दाैरान हरीश कंवर के बचाव के प्रयास में खुद काे चाेंट लगने पर वह सड़क दुर्घटना बताकर 112 की मदद लेकर अस्पताल भी पहुंच गया।
जिससे वह पकड़ में न आ सकें। लेकिन डाॅग स्कवाड, माेबाइल लाेकेशन और सीसीटीवी से मिले सुराग के बाद वह पुलिस काे गुमराह नहीं कर सका। पुलिस ने वारदात में शामिल परमेश्वर समेत उसके साथी रामप्रसाद, परमेश्वर के भाई सुरेंद्र, बहन धनकुंवर, जीजा हरभजन और उसकी 16 वर्षीय भांजी काे गिरफ्तार किया है।
4.18 बजे मकान में घुसे और 4.38 पर निकले दो हत्यारे
घटनास्थल के बाजू में शाहिद इलेक्ट्राॅनिक्स में सीसीटीवी लगा है। जिसमें एक कैमरे का एंगल हरीश कंवर के घर के दरवाजे की ओर है। लेकिन कैमरे के ठीक सामने एलईडी लाइट लगे हाेने से आराेपियाें के चेहरे स्पष्ट नहीं दिखे थे।
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केवल 2 लोगों की परछाई की तरह ही नजर आई। जाे 4.18 बजे मकान में घुसे और 4.38 बजे वहां से बाहर निकले। इसके बाद वे बाजार की ओर घुस गए। सीसीटीवी कैमरे में ही घटना से पहले और बाद हरीश का बड़ा भाई हरभजन परिवार समेत मार्निंग वाॅक के लिए आते-जाते दिखे।
देवरानी-जेठानी के खराब संबंध का जांच में चला पता
जिस जघन्य तरीके से तीनों को मारा गया था, उससे भी यह स्पष्ट था कि मारने वाला मृतक से काफी गुस्से में था। पुलिस मानकर चल रही थी कि घटना में कोई करीबी और जानकार भी शामिल हैं। इस बीच हरभजन और उसके परिवार के अन्य लोगों के मोबाइल काॅल की डिटेल भी खंगाली गई।
जांच में यह पता चला कि सुमित्रा व धनकुंवर के बीच अक्सर झगड़ा होता था। हरीश के जमीन कारोबार से जुड़े होने के एंगल से भी जांच की जा रही थी, क्योंकि हरीश के चाचा पूर्व विधायक श्यामलाल कंवर ने यह आशंका जताई थी कि वह जमीन का धंधा करता था और हो सकता है किसी के कागज रख लिया हो, जिसके कारण रंजिश हुई हो।
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हाॅस्पिटल से मिले परमेश्वर ने खाेला राज
परमेश्वर ने बताया हरीश कंवर ने घर की खेती किसानी व जमीन पर कब्जा कर लिया था। उसकी बहन धनकुंवर के साथ सुमित्रा का यह हाल ठीक नहीं था। भांजी के एडमिशन के समय भी इन्होंने मदद नहीं की।
मेरे जीजा हरभजन को भी पैसे के लिए उनके सामने गिड़गिड़ाना पड़ता था। इन्हीं सब बातों को लेकर धनकुंवर हरीश से बहुत नाराज थी। धनकुंवर व उसने मिलकर हरीश के पूरे परिवार खत्म करने की साजिश रची, ताकि संपत्ति पर उसकी बहन और जीजा का अधिकार हो जाए।
बांध में फेंका हथियार, जलाए कपड़े
बाइक से दोनों नोनबिर्रा बांध के पास पहुंचे। कपड़े साफ किए और कुछ जला दिए। हथियार वहीं बांध में फेंक दिए। परमेश्वर को सलिहाभाठा स्थित घर के पास छोड़ने के बाद रामप्रसाद चला गया। सुरेन्द्र ने घर में कहा एक्सीडेंट हो गया।
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कपड़े में खून लग गया तो उतार दिया हूं। 112 बुलाकर वह भर्ती हो गया। रामप्रसाद को पुलिस ने सक्ती रोड पर लबेद के पास लगे जांजगीर-चांपा पुलिस के बैरियर में पकड़ लिया। पुलिस ने हरभजन और उसकी पत्नी पूछताछ में टूट गए।
करोड़ों की है जमीन-जायदाद
प्यारेलाल कंवर ने अंतिम चुनाव 2008 में लड़ा था। इसमें वे ननकीराम कंवर से हार गए थे। उस समय उन्होंने अपने नामांकन के साथ जो एफिडेविड दिया था, उसमें उन्होंने हाथ में कुछ हजार रुपए व 5 तोला सोना व 5 तोला चांदी होना बताया था।
हालांकि तब भी उन्होंने अपने पास कोई एक करोड़ की संपत्ति बताई थी। इसमें भैसमा में 16 एकड़ कृषि भूमि कीमत 32 लाख, घर व कामर्शियल प्रापर्टी कीमत 20 लाख रुपए व भोपाल में एक बंगला 35 लाख होना बताया था।
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पर्ची थमाकर बच्ची से माेबाइल पर मैसेज कराया, कागजात फेंक दिया
वारदात की मास्टर माइंड धनकुंवर ने सुबह घर से निकलने के बाद अपने भाई परमेश्वर काे जानकारी देने के लिए अपनी दाे पुत्री में 13 वर्षीय छाेटी पुत्री काे हाथ से लिखा पर्ची थमाकर माेबाइल पर मैसेज करवाया था।
जाे मैसेज मिलते ही अपने साथी रामप्रसाद मन्नेवार के साथ हरीश कंवर के घर में घुस गया। मर्डर के बाद घटना काे दूसरे किसी से जमीन या अन्य विवाद का शक्ल देने के लिए वहां अलमारी में रखे दस्तावेजाें काे निकालकर फेंक दिया गया।
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राजस्व मंत्री अग्रवाल समेत कई नेता पहुंचे, सभी ने बांधा ढांढस
हरीश कंवर की पत्नी व बच्ची समेत जघन्य हत्या की जानकारी मिलते ही सुबह सबसे पहले राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल घटनास्थल पहुंचे। जहां उन्हाेंने हरीश कंवर की मां जीवन बाई से मिलकर उन्हें ढांढस बांधा। साथ ही उनसे घटना के संबंध में जानकारी ली।
इसके अलावा पूर्व विधायक व हरीश के चाचा श्याम लाल कंवर, रामपुर विधायक ननकीराम कंवर, कांग्रेसी नेता हरीश परसाई भी वहां पहुंचे। उन्हाेंने घटना काे दुखद बताया। हरीशकंवर के परिवार की निर्मम हत्या की घटना से स्तब्ध विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत व काेरबा सांसद ज्याेत्सना महंत ने गहरा दुख प्रगट किया है।