संभल जनपद के हयातनगर थाना इलाके में गवां मार्ग पर भाजपा का झंडा लगी तेज रफ्तार कार ने शुक्रवार को दोपहर में घर के बाहर पेड़ के नीचे चारपाइयों बैठे लोगों को रौंद दिया। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोग घायल हो गए। हादसे के बाद ग्रामीणों ने चालक को पकड़ लिया और धुनाई कर घर में बंद कर लिया।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने चालक को छुड़ाने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने इस पुलिस से अभद्रता की। गुस्साए लोगों से सड़क पर ट्रक खड़ा कराकर जाम लगा दिया। चार थानों की फोर्स के साथ एसडीएम और सीओ मौके पर पहुंचे। अफसरों ने आक्रोशित ग्रामीणों को समझाकर जाम खुलवाया।
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थाना क्षेत्र के गांव रायपुर निवासी संतराम भगतजी के बेटे विनोद कुमार की सात मई को गुन्नौर के गांव ईसमपुर से शादी के बाद शुक्रवार को विनोद के ससुराली उसकी पत्नी को विदा कराकर ले जाने के लिए आए थे। परिवार की महिलाएं दुल्हन की विदाई करने की रस्म पूरी कर रही थीं,
जबकि परिवार और ससुराल के लोग प्रेम सिंह के घर के बाहर पेड़ के नीचे बैठे हुए थे। इसी दौरान संभल की ओर से आई भाजपा का झंडा लगी तेज रफ्तार कार ने पेड़ के नीचे बैठे लोगों को रौंद दिया। हादसे में संतराम के बेटे रिंकू (18 वर्ष), रामौतार (55 वर्ष) और कल्लू (65 वर्ष) की मौत हो गई।
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गांव निवासी अमरपाल, रामभरोसे, देवेंद्र, अरविंद और ईसमपुर निवासी दो रिश्तेदार घायल हो गए। ग्रामीणों ने चालक को पकड़ लिया और धुनाई शुरू कर दी। सूचना पाकर खिरनी चौकी पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने कार चालक को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाने का प्रयास किया।
ग्रामीणों ने पुलिस पर घायलों को अस्पताल नहीं ले जाने का आरोप लगाया और पुलिसकर्मियों से उलझ गए। हालात भांपकर पुलिसकर्मियों ने अफसरों को सूचना दी। सूचना पर चार थानों के फोर्स और पीएसी के साथ एसडीएम दीपेंद्र यादव और सीओ अरुण कुमार सिंह मौके पर पहुंच गए। अफसरों ने आक्रोशित ग्रामीणों को समझाकर जाम खुलवाया। दो घंटे लगे जाम से वाहनों की लंबी कतार लग गई।